Gems astrology – रत्न ज्योतिष एक विज्ञान है हम ज्योतिषीय पद्धति के द्वारा रत्नों का चयन करते है, जिसमें ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव को संतुलित करने और जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुधारने के लिए रत्नों का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक रत्न का संबंध एक विशेष ग्रह से होता है, और सही रत्न धारण करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाया जाता है
रत्नों के उपरत्न भी होते है उपरत्न कई प्रकार के होते है लेकिन मुख्य ग्रहों के जो रत्न है वह निम्न है
प्रत्येक ग्रह का एक विशेष रत्न होता है।
उदाहरण के लिए
सूर्य — माणिक्य – Ruby stone
उप रत्न गार्नेट- Garnate Stone
चंद्रमा – मोती , pearl
मून स्टोन, moon-stone
मंगल — मूंगा- red coral ,red yamni hakik
बुध — पन्ना , emerald stone
Green Onex , green aventurine , peridot
बृहस्पति — पुखराज yellow sapphire Stone, सुनहैला , golden topaz ,
Peela hakik
शुक्र – हीरा diamond ,
Opel ,(ओपल) american diamond , shukra mani
शनि – नीलम blue sapphire , नीली, neeli, lazawart , lapis Lazuli’s Amythist
राहु – गोमेद hesonite , mach mani
केतु: लहसुनिया catseye stone
और अन्य उपरत्न जैसे
फ़िरोजा , ईरानी फिरोजा, irani firoza , blue moon stone , rose quartz, sulemani hakik , lebrodoride , kideny stone , melakite , tiger eye, rainbo moon stone , lapidolite , aqua Marine , turquoise , and etc.
रत्न धारण करने से पहले व्यक्ति की कुंडली का विश्लेषण किया जाना बहुत जरूरी है कुंडली में भाग्य उन्नति कारक ग्रह या योगकारक ग्रह या कभी कभी जिस ग्रह की दशा चल रही है अर्थात ग्रहों स्थिति देखकर सही रत्न का चयन करते है ।
रत्नों की गुणवत्ता और शुद्धता –
सही प्रभाव के लिए उच्च गुणवत्ता वाले, बिना दोष वाले रत्न का चयन किया जाता है। यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि रत्न असली और प्रमाणित हो ।
धातु चयन और रतन धारण –
रत्न और ग्रह के अनुसार धातु का चयन होता है कुछ रत्न सोने में बनाये जाते है या सोना महंगी धातु है तो उसका विकल्प कौन सी धातु है उसका चयन करना चाहिए रत्न जो बनते है वह सोना, चांदी , तांबा , पंचधातु या अष्टधातु में बनाये जाते है और जन्मपत्रिका के अनुसार कौन सी धातु शुभ है अच्छा फल दे उसका भी चयन सही प्रकार से करना चाहिए ।
इसे धारण करने से पहले विशेष पूजा और मंत्रोच्चार किया जाता है और रत्न को ग्रह के मंत्र से सिद्ध किया जाता है
रत्न ज्योतिष के लाभ –
जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाना।
आर्थिक, स्वास्थ्य, संबंधों और करियर से जुड़े समस्याओं को दूर करना।
मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ाना।
ग्रहों के शुभ प्रभाव को बढ़ाना
सावधानियां – बिना विशेषज्ञ ज्योतिषी की सलाह के रत्न धारण न करें।
गलत रत्न धारण करने से नकारात्मक प्रभाव भी हो सकता है।
सस्ते और नकली रत्नों से बचना चाहिए ।
रत्न ज्योतिष केवल एक उपाय है और इसे पूरी तरह से जीवन के अन्य प्रयासों के स्थान पर नहीं रखा जा सकता। इसे एक सकारात्मक साधन के रूप में देखा जाना चाहिए।
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