तुला राशि / Libra sign – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह बारह राशियों में से एक राशि है और राशि चक्र की सातवीं राशि है, और इसका प्रतीक तराजू (Balance) है। यह चर एवं वायु तत्व राशि है ।
तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र (Venus) है, जिसे प्रेम, सौंदर्य ,आकर्षण और संतुलन का कारक माना जाता है। पश्चिम ज्योतिष में यह राशि 23 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच जन्मे लोगों की होती है।
तुला राशि का महत्व और विशेषताएं
संतुलन और न्यायप्रियता – तुला राशि के लोग संतुलन और न्याय को महत्व देते हैं। ये लोग हर समस्या को निष्पक्षता से सुलझाने की कोशिश करते हैं और हमेशा सही निर्णय लेने का प्रयास करते हैं।
सौंदर्य और कला प्रेमी – तुला राशि के लोग शुक्र ग्रह के प्रभाव के कारण सौंदर्य, कला और संगीत के प्रति आकर्षित रहते हैं। इनमें रचनात्मकता और कलात्मक सोच का विशेष गुण होता है।
सामाजिक और मिलनसार – तुला राशि के जातक बहुत मिलनसार होते हैं। ये लोग अच्छे संवादकर्ता होते हैं और रिश्तों को निभाने में कुशल होते हैं।
कूटनीति और चतुराई – तुला राशि के लोग कूटनीति में निपुण होते हैं। वे हर स्थिति को समझदारी से संभालते हैं और दूसरों को अपने पक्ष में करने में माहिर होते है
शांति और सामंजस्य – ये लोग शांति और सामंजस्य बनाए रखना पसंद करते हैं। ये विवाद और संघर्ष से बचकर निकल लेते है।
तुला राशि के मुख्य गुण आकर्षक व्यक्तित्व न्यायप्रियता सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता रिश्तों को महत्व देना ।
तुला राशि की कमजोरियां – कभी-कभी निर्णय लेने में समय लगाना दूसरों को खुश करने की अधिक कोशिश करना असमंजस की स्थिति में रहना
पेशे और करियर में रुचि – तुला राशि के लोग उन क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं जहाँ सामंजस्य, कला, और संवाद कौशल की आवश्यकता होती है, जैसे -डिप्लोमेसी फैशन डिजाइन, कला और संगीत, मानव संसाधन कानूनी पेशा आदि.
अनुकूल राशियां – तुला राशि के लिए मिथुन, कुंभ, मकर और धनु राशियां अनुकूल मानी जाती हैं।
यह राशि हमें सिखाती है कि जीवन में सभी पहलुओं को बराबरी से महत्व देना चाहिए और दूसरों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
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