मां बगलामुखी पूजा
मां बगलामुखी, दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या हैं और इन्हें तंत्र साधना और अद्भुत शक्ति की देवी माना जाता है। मां बगलामुखी को वाक् सिद्धि, शत्रु नाश, और जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करने वाली देवी कहा जाता है। उनकी पूजा विशेष रूप से शत्रु बाधा, मुकदमे, वाणी सिद्धि और मनोवांछित सफलता पाने के लिए की जाती है।
मां बगलामुखी का स्वरूप
- मां बगलामुखी का रंग स्वर्णिम पीला होता है।
- उनका वस्त्र और आभूषण भी पीले रंग के होते हैं।
- उनके एक हाथ में गदा है, जिससे वे शत्रुओं का नाश करती हैं।
- मां बगलामुखी के दूसरे हाथ में शत्रु को जिह्वा से मौन कराने का आशीर्वाद रहता है।
- वे कमल के आसन पर विराजमान होती हैं।
मां बगलामुखी पूजा का महत्व
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शत्रुओं पर विजय:
- मां की पूजा से शत्रु शांत होते हैं और बुरी शक्तियां नष्ट होती हैं।
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वाणी और तर्क में सिद्धि:
- देवी की कृपा से वाक् सिद्धि प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति के तर्क और वाणी प्रभावशाली बनते हैं।
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आध्यात्मिक और मानसिक शांति:
- पूजा से मानसिक तनाव दूर होता है और आत्मबल में वृद्धि होती है।
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जीवन की समस्त बाधाओं का निवारण:
- मुकदमे, व्यापारिक बाधाएं, और दाम्पत्य जीवन की समस्याएं दूर होती हैं।
मां बगलामुखी पूजा सामग्री
- मां बगलामुखी की मूर्ति या चित्र।
- पीले रंग के वस्त्र और पुष्प (गेंदे या सूरजमुखी के फूल)।
- पीला चंदन, हल्दी, और केसर।
- अक्षत, सुपारी, और पान के पत्ते।
- गुड़, बेसन के लड्डू, और केले का प्रसाद।
- घी का दीपक और अगरबत्ती।
- सरसों और पीली मिठाई।
- बगलामुखी यंत्र।
मां बगलामुखी पूजा विधि
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स्नान और शुद्धिकरण:
- प्रातः स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
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मूर्ति या चित्र स्थापना:
- मां बगलामुखी की मूर्ति या चित्र को पीले वस्त्र पर स्थापित करें।
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पूजा सामग्री अर्पण:
- मां को पीले फूल, हल्दी, चंदन, और अक्षत अर्पित करें।
- उन्हें बेसन के लड्डू, गुड़, और केले का भोग लगाएं।
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मंत्र जप:
- मां बगलामुखी का मंत्र जप करें:
- "ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।"
- मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें।
- मां बगलामुखी का मंत्र जप करें:
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दीपक और हवन:
- घी का दीपक जलाएं और हवन में हल्दी मिश्रित घी से आहुति दें।
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आरती:
- मां बगलामुखी की आरती करें और उनसे कृपा की प्रार्थना करें।
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भोग और प्रसाद वितरण:
- मां को अर्पित भोग को प्रसाद के रूप में बांटें।
विशेष अनुष्ठान और सावधानियां
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पीला रंग का महत्व:
- मां बगलामुखी की पूजा में पीले वस्त्र और पीली सामग्री का विशेष महत्व होता है।
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पूर्ण मंत्र जप:
- मां का मंत्र जप पूरी श्रद्धा और शुद्धता के साथ करें।
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हवन का महत्व:
- पूजा के दौरान हवन करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
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गुरु का मार्गदर्शन:
- मां बगलामुखी की पूजा तंत्र और शक्ति साधना से जुड़ी होती है, इसलिए इसे गुरु के मार्गदर्शन में करना श्रेष्ठ होता है।
मां बगलामुखी का संदेश
मां बगलामुखी हमें यह सिखाती हैं कि जीवन में शांति और विजय पाने के लिए आत्मबल, धैर्य, और दृढ़ता आवश्यक है। उनकी कृपा से भक्त अपने जीवन की सभी बाधाओं और शत्रुओं को परास्त करके सफलता और समृद्धि प्राप्त कर सकता है।